Ultapani River In Chhatisgarh: यदि आप भारत में कुछ सर्वश्रेष्ठ पेशकश देखने को इच्छा रखते हैं तो पर्यटक स्थल, उल्टापानी मैनपाट, जाने लायक जगह है।

Chhattisgarh Ultapani River: आपने दुनिया में कई नदियां देखी होंगी, उनका ऊपर से नीचे की ओर बहाव भी आपने नोटिस किया होगा, लेकिन एक ऐसी नदी है जो उल्टे दिशा में बहती है।

यह एक ऐसी जगह है जहां आप यात्रा के दौरान बहुत आश्चर्य करने वाला एक घटना देख सकते हैं। यदि आप आध्यात्मिक खोज रहे हैं तो वहाँ घूमने के लिए बहुत सारे मंदिर भी हैं। हम बात कर रहें है, छत्तीसगढ़ के उत्तरांचल में स्थित मैनपाट सरगुजा जिले के बारे में। यह छत्तीसगढ़ का सबसे महत्वपूर्ण एवं आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में स्थित है। पहाड़ों से घिरे तथा विविधता लिए यह पर्यटन स्थल प्राकृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक एवं साहसिक क्रीड़ा के लिए अनुकूल स्थल है। यहां पर साल भर पर्यटक भ्रमण के लिए आते है।

छत्तीसगढ़ का उल्टा पानी

छत्तीसगढ़ में उल्टा पानी नाम से प्रसिद्ध यह जगह विश्व विख्यात है। इसका कारण है यहां पर आश्चर्य करने वाली घटना। यहां पर भारत के कई दूसरे जगह के विपरीत नदी का पानी उल्टे दिशा में बहता है। ऐसा देखा गया है कि यहां पर पानी का बहाव नीचे से ऊपर की ओर रहता है। जिस कारण इस जगह का नाम उल्टापानी रखा गया है। इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता अद्वितीय है। यह स्थान मन को शांति प्रदान करता है। इस जगह पर जाने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का है।

यहां पर है चुंबकीय पहाड़

छत्तीसगढ़ का एक प्रसिद्ध गांव जो अपने राज्य का एक मात्र हिल स्टेशन है, वह है “मैनपाट “। वर्तमान में छत्तीसगढ़ के सरगुजा नामक ज़िले के अंतर्गत पड़ने वाला यह छोटा सा गांव है। यहाँ आप सभी को यह भी बताते चले कि सरगुजा गांव का हेड क्वार्टर अम्बिकापुर है। इस क्षेत्र के पास चुंबकीय पहाड़ियाँ भी हैं। यहाँ बाक्साईट की अधिकता है और इसका खनन होता है। मैनपाट में आए पर्यटक इस जगह की भिन्नता को करीब से देख सकते है। मैनपाट मुख्य रूप से ज्वालामुखी से निर्मित पहाड़ है। इसलिए संभावना है कि यह एक मैग्नेटिक फील्ड हो सकता है। पानी की विपरीत दिशा में अधिक चुंबकीय बल के कारण गुरुत्वाकर्षण बल विपरीत गति का कारण बन सकता है।

यहां है मिनी तिब्बत

मैनपाट से रिहन्द नदी और मांड नदी का उद्गम हुआ है। यह जगह ना सिर्फ छत्तीसगढ़ में बल्की पूरे भारत में इसलिए भी विशेष महत्व रखता है, क्योंकि तिब्बती शरणार्थीयों को भारत सरकार द्वारा देश में केवल दो ही स्थान पर बसाया गया था। उसमें से एक स्थान सरगुजा जिले का यही सुदूर पहाड़ियों पर स्थित मैनपाट है। इसे छत्तीसगढ़ का तिब्बत भी कहा जाता है। वर्ष 1962 में चीन से डर कर तिब्बती शरणार्थी के रूप में आ कर यही अपना निवास बनाया गया , यहाँ तिब्बती मंदिर, तिब्बती बाजार और तिब्बती खानपान भी आकर्षण का केंद्र है।

छत्तीसगढ़ का शिमला

यह विंध्य पर्वत माला पर बसा छोटा सा गांव छत्तीसगढ़ के शिमला नाम से मशहूर हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि यहाँ पर प्राकृतिक सौंदर्य को देख कर, ठंड की अनुभूति होती है। दिसम्बर और जनवरी में बर्फ बारी जैसी ठंड को देखते हुए सैलानी इस जगह को शिमला का दर्जा देते है।

सरगुजा के अन्य पर्यटक स्थल

यहां के पर्यटन स्थल जैसे उल्टा पानी, टाईगर प्वाईंट, मेहता प्वाईंट, जंपिंग प्वाईंट जलजली, फिष प्वाईंट, एप्पल गार्डन, सनसेट प्वाईंट परपटिया बहुत ही प्रसिद्ध स्थल है। यहां पर खेती के साथ ही एप्पल गार्डन भी देखने लायक है।

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