केरल के एक बुजुर्ग दंपती का रो-रोकर बुरा हाल है। दरअसल, ईरान की नौसेना ने इस्राइल के अरबपति इयाल ओफर का मालवाहक जहाज अपने कब्जे में कर लिया है। जिस जहाज को कब्जे में लिया है उस पर उनका बेटा भी सवार था।
ऐसे में मां बाप अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर काफी परेशान हैं और उसकी वापसी की दुआ कर रहे हैं।
यह है मामला
ईरान की नौसेना ने होर्मुज जलडमरूमध्य के पास ओमान की खाड़ी में भारत की ओर आ रहे इस्राइली अरबपति के इस जहाज को अपने कब्जे में लिया। इस जहाज पर 17 भारतीय सवार हैं। सबसे पहले हेलीकॉप्टर से इस्राइली जहाज पर हमला किया गया और इसके बाद ईरान की नौसेना ने इस पर कब्जा कर लिया। इस जहाज का नाम एमएससी एरीज है और उसे आखिरी बार शुक्रवार को दुबई से होर्मुज की ओर जाते हुए देखा गया था। बताया गया है कि जहाज ने अपना ट्रैकिंग डाटा बंद किया हुआ था। इस्राइल के जहाजों द्वारा इस क्षेत्र से गुजरते समय अक्सर ट्रैकिंग डाटा बंद कर दिया जाता है।
17 भारतीयों में केरल के दंपती का बेटा
जहाज पर सवार 17 भारतीयों में केरल के दंपती का बेटा श्यामनाथ भी शामिल है। श्यामनाथ के माता-पिता विश्वनाथन और श्यामला ने बताया कि उनकी शनिवार को अपने बेटे से बात हुई थी। बाद में शिपिंग कंपनी के मुंबई कार्यालय से फोन आया, जिससे उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
हम कठिन दौर से गुजर रहे
श्यामनाथ के पिता विश्वनाथन ने कहा, ‘हम कठिन दौर से गुजर रहे हैं। हमें अपने बेटे की सुरक्षा की बहुत चिंता है।’ उन्होंने कहा कि कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि वे जब्ती के बाद जहाज के चालक दल से संपर्क नहीं कर सके हैं।
उत्तरी जिले के वेल्लीपरम्बा के रहने वाले श्यामनाथ पिछले 10 सालों से ‘एमएससी एरीज’ में सेकेंड इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे हैं। दंपती ने बताया कि उनका बेटा आखिरी बार पिछले साल सितंबर में घर आया था।
फूट-फूटकर रोने लगी मां
विश्वनाथन ने बताया कि चालक दल के सदस्यों में श्यामनाथ के अलावा पलक्कड़ और वायनाड जिले में रहने वाले दो लोग भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारतीयों के अलावा, फिलीपींस, पाकिस्तान और रूस के नागरिक चालक दल में शामिल हैं। हालांकि श्यामनाथ की मां ने भी मीडिया से बात करने की कोशिश की, लेकिन वह फूट-फूटकर रोने लगीं।
परिवार ने उम्मीद जताई कि केंद्र द्वारा किए गए हस्तक्षेप से उनका बेटा जल्द घर आ जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि भारत ने तेहरान और दिल्ली में राजनयिक माध्यमों से ईरान के अधिकारियों से मालवाहक पोत ‘एमएससी एरीज’ के चालक दल के 17 भारतीय सदस्यों की शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने को कहा है। एमएससी (भूमध्यसागरीय शिपिंग कंपनी) का कहना है कि यह 25 चालक दल के सदस्यों की भलाई और जहाज की वापसी के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।