अयोध्या में आखिर क्यों हारी बीजेपी ? इन चार कारणों से नहीं मिला ‘राम नगरी’ में बीजेपी को श्री राम का आशीर्वाद

लखनऊ। इस बार के लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सबको चौका दिया है। भारतीय जनता पार्टी का खेल सबसे अधिक उत्तर प्रदेश ने बिगाड़ दिया। 2014 में 80 में से 72 सीट पर कब्ज़ा करने वाली बीजेपी को योगी राज में मात्र 33 सीटें मिली। खुद वाराणसी सीट से पीएम मोदी जैसे कद के नेता ने केवल 1.5 लाख वोट के अंतर से जीत हासिल की। राम मंदिर निर्माण के बाद 400 का नारा देने वाली बीजेपी को सबसे तगड़ा फैजाबाद सीट से लगा है। फैजाबाद सीट को अयोध्या सीट के नाम से जाना जाता है। फैजाबाद सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी प्रत्याशी लल्लू सिंह को 48104 वोट से हरा दिया। अयोध्या राम मंदिर निर्माण का मुद्दा बीजेपी के चुनाव-प्रचार का अहम हिस्सा था बावजूद इसके बीजेपी को राम नगरी से हार क्यों मिली, आइये जानते हैं।

1. बीजेपी का फोकस सिर्फ अयोध्या धाम पर ही रह गया :

बीजेपी ने अयोध्या धाम के विकास पर सबसे ज्यादा फोकस किया। सोशल मीडिया से लेकर चुनाव-प्रचार में अयोध्या धाम में हुए विकास कार्यों को बताया गया लेकिन बीजेपी ने अयोध्या के ग्रामीण क्षेत्रों पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया। अयोध्या धाम से अलग ग्रामीण क्षेत्र की तस्वीर बिल्कुल अलग रही। ग्रामीणों ने इसी आक्रोश के चलते बीजेपी के पक्ष में मतदान नहीं किया। बीजेपी का काम करने के बजाये राम भरोसे रहना उसके लिए घातक साबित हुआ।

2. अयोध्या वासियो का नहीं रखा गया ध्यान, नहीं मिला उचित मुआवजा :

अयोध्या में रामपथ के निर्माण के लिए जमीन का अधिग्रहण किया गया। कई लोगों के घर-दुकान तोड़ दिए गए। निराशाजनक पहलू यह रहा कि कई लोगों को मुआवजा नहीं मिला। मीडिया में भी कई बार अयोध्या वासियों का दर्द चालक कर इस मुद्दे पर बाहर आया था। लेकिन इस बात को तवज्जो नहीं दिया गया। जिसका असर चुनाव परिणाम में साफ नजर आ रही है। कुछ ऐसी ही स्थिति चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण में भी देखने को मिली। बड़ी संख्या में घर-दुकान तोड़े गए लेकिन प्रभावितों को उचित नहीं मिला।

3. स्थानीय प्रत्याशी लल्लू सिंह के प्रति बहुत नाराजगी :

बीजेपी ने सांसद लल्लू सिंह पर भरोसा जताते हुए तीसरी बार चुनावी मैदान में उतारा था। नया चेहरा ना उतरना ही बीजेपी को यहां भारी पड़ गया। लल्लू सिंह के खिलाफ स्थानीय लोगों को नाराजगी का अंदाजा पार्टी नहीं लगा पाई। नतीजतन बीजेपी को प्रतिष्ठित सीट गंवानी पड़ी। लल्लू सिंह ने चुनाव-प्रचार के दौरान संविधान बदलने का बयान भी दे दिया था जोकि बैक फायर कर गया।

4. आवरा पशु को लेकर नाराजगी : 

Election Result 2024 अयोध्या के  ग्रामीण क्षेत्रों में किसान आवारा पशुओं से खासे परेशान हैं। सरकार ने गोशाला जरूर बनाई हैं लेकिन स्थायी समाधान नहीं निकाल पाई है। आवारा पशुओं के मुद्दे को समाजवादी पार्टी ने मुद्दा बनाया था। बीजेपी को इस मुद्दे पर नाराजगी झेलनी पड़ी और हार का दंश झेलना पड़ा।

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