मनेन्द्रगढ़ / हरजीत सिंह छाबड़ा, राजेश कुमार वैश्य, आवेदकों ने जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लिखित शिकायत पत्र देकर शीघ्र कार्यवाही मांग की है, प्राप्त जानकारी शिकायत के अनुसार, राहुल सिंह और उनकी पत्नी प्रवीण सिंह ने मिलकर फर्जी दस्तावेजों और मृत व्यक्ति गयादीन गोंड के नाम पर बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से कुल 35 लाख रुपये का ऋण लिया।
आरोप है कि राहुल सिंह और प्रवीण सिंह ने 2012 में गयादीन गोंड की जमीन के डायवर्जन के लिए आवेदन कर फर्जी व्यक्ति के हस्ताक्षर से बैंक ऑफ इंडिया से 10 लाख रुपये का किसान क्रेडिट कार्ड ऋण लिया। जबकि गयादीन की मृत्यु 16 फरवरी 2012 को ही हो चुकी थी।
इसके बाद 2016 में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक से गयादीन की वही जमीन गिरवी रखकर 25 लाख रुपये का ऋण लिया गया। शिकायत में कहा गया है कि इस षड्यंत्र में तत्कालीन बैंक प्रबंधक एम.एल. कंवर (बैंक ऑफ इंडिया) और परमजीत सिंह कोहली (छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक) भी शामिल थे। इन अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ऋण स्वीकृत किया और बाद में ऋण वसूली प्रक्रिया भी रोक दी। आवेदकों का कहना है कि राहुल सिंह और प्रवीण सिंह ने जमीन पर कब्जा कर अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया।
इसके अलावा, उन्होंने उक्त भूमि को “हसदेव वैली कॉटेज” प्रोजेक्ट के तहत बेचने की योजना बनाई। इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। शिकायत के अनुसार, यह मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 318, 338, 336, और 340 के तहत अपराध का स्पष्ट प्रमाण है।