इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सेना के बसों के काफिले पर बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के फिदायीन हमले में फ्रंटियर कोर (एफसी) के कई जवानों की मौत हो गई और 35 से अधिक घायल हैं। पांच दिन में बीएलए के दूसरे हमले में एक बस पूरी तरह नष्ट हो गई। सैनिकों का काफिला क्वेटा से ताफ्तान जा रहा था। पाकिस्तान सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है।
बलूचिस्तान के नोशकी जिले में हुए इस हमले में मौत के आंकड़ों को लेकर सरकार और बीएलए ने अलग-अलग दावे किए हैं। नोशकी के थाना प्रभारी जफरुल्लाह सुमलानी ने कहा, एफसी के पांच जवानों की मौत हुई है। डॉन समाचार समूह ने पांच, एआरवाई ने छह और जियो न्यूज ने सात मौतों की खबर दी है। वहीं, बीएलए ने कम से कम 90 जवानों की मौत का दावा किया है।
बीएलए प्रवक्ता जियंद बलोच ने कहा, आठ बसों के काफिले में से एक बस पूरी तरह नष्ट हो गई। धमाके के तत्काल बाद आत्मघाती दस्ते मजीद ब्रिगेड के लड़ाकों ने एक और बस को घेरकर गोलीबारी की और सैनिकों को संभलने का मौका दिए बिना सभी को मार डाला। हमले में 90 जवानों की मौत हुई है। वहीं, सुरक्षाबलों के सूत्रों ने मीडिया को बताया, बसों के काफिले पर पहले बम से और फिर आत्मघाती हमलावरों की टोली के जरिये हमला किया गया। पीटीवी न्यूज ने सुरक्षाबलों के हवाले से लिखा, फिदायीन हमलावर के अलावा तीन अन्य आतंकी मार गिराए गए, जबकि आखिरी आतंकी के मारे जाने तक यह ऑपरेशन जारी रहेगा।
हमलावरों ने विस्फोटक लदी गाड़ी से बस में मारी टक्कर
-नोशकी के थाना प्रभारी सुमलानी के अनुसार, घटनास्थल के मुआयने से लगता है कि आत्मघाती हमलावरों ने विस्फोटक लदी गाड़ी को बस से टकरा दिया। वहीं, एआरवाई न्यूज ने सुरक्षाबलों के हवाले से लिखा कि कोई आत्मघाती हमलावर विस्फोटक बांध कर सैनिकों से भरी बस से टकरा गया। घायल सैनिकों को एफसी के कैंप अस्पताल और नोशकी के टीचिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
-एआरवाई न्यूज ने जानकारी दी कि हमलों को देखते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ संसद के दोनों सदनों का संयुक्त सत्र बुलाएंगे। बुधवार या बृहस्पतिवार को बंद कमरे में होने वाले इस सत्र में संसद के दोनों सदनों को विशेष सुरक्षा समिति में बदल दिया जाएगा।
– बीएलए ने मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जाने वाली जफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर कई पाकिस्तानी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था।