स्पोर्ट्स न्यूज़। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम पर पैसों की बारिश की है। बोर्ड ने टीम इंडिया के लिए 58 करोड़ रूपये नकद पुरस्कार की घोषणा की है। यह वित्तीय लाभ खिलाड़ियों, कोचिंग और सहयोगी स्टाफ के साथ-साथ अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली पुरुष चयन समिति के सदस्यों को भी मिलेगा। बोर्ड ने अपने बयान में पुरस्कार का ब्यौरा नहीं दिया।
बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘लगातार आईसीसी खिताब जीतना खास है और यह पुरस्कार वैश्विक मंच पर टीम इंडिया के समर्पण और उत्कृष्टता को मान्यता देता है।’ भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया था। यह भारत का लगातार दूसरा आईसीसी टूर्नामेंट खिताब था। इससे पहले 2024 में टीम इंडिया ने टी20 विश्व कप जीता था।
बिन्नी ने कहा कि चैम्पियंस ट्रॉफी की जीत भारत के मजबूत क्रिकेट इको सिस्टम की बानगी है। उन्होंने कहा, ‘यह 2025 में हमारा दूसरा आईसीसी खिताब है। आईसीसी अंडर 19 महिला टीम ने भी विश्व कप जीता। इससे साबित होता है कि देश में क्रिकेट का इको सिस्टम कितना मजबूत है।’ भारतीय टीम ने पिछले साल टी20 विश्व कप भी जीता था।
बीसीसीआई सचिव देवाजीत सैकिया का बयान
वहीं, बीसीसीआई सचिव देवाजीत सैकिया ने कहा कि इस जीत से साबित होता है कि भारत सीमित गेंद के प्रारूपों में शीर्ष रैंकिंग का हकदार है। सैकिया ने कहा, ‘विश्व क्रिकेट में भारत का दबदबा कड़ी मेहनत और कुशल रणनीति का नतीजा है । इस जीत से साबित होता है कि सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत शीर्ष रैंकिंग का हकदार है और हमें यकीन है कि आगे भी टीम यूं ही प्रदर्शन करती रहेगी।’
उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ियों ने जिस प्रतिबद्धता और समर्पण का प्रदर्शन किया है, उससे नये मानदंड कायम हुए हैं। हमें यकीन है कि भारतीय क्रिकेट आगे भी विश्व स्तर पर नई ऊंचाइयों को छूता रहेगा।’ बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों ने आईसीसी टूर्नामेंट में दबाव के बीच शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ियों ने दबाव में भी शानदार प्रदर्शन किया। उनकी सफलता देश में उदीयमान क्रिकेटरों के लिये प्रेरणास्रोत बनेगी। टीम ने फिर साबित कर दिया कि भारतीय क्रिकेट कौशल, मानसिक दृढता और जीत की मानसिकता की मजबूत नींव पर खड़ा है।’
फाइनल मैच में क्या हुआ था?
फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड ने सात विकेट गंवाकर 50 ओवर में 251 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने 49 ओवर में छह विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। रोहित ने कप्तानी पारी खेली। उन्होंने 76 रन बनाकर भारत को मुश्किल परिस्थितियों से निकाला। यह भारत की सातवीं आईसीसी ट्रॉफी रही। इससे पहले टीम 1983 और 2011 वनडे विश्व कप, 2007 और 2024 टी20 विश्व कप और 2002, 2013 और 2025 चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत चुकी है। भारत इस पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहा था। उसने लगातार पांच मैच जीते थे। ग्रुप स्टेज में बांग्लादेश, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड को हराने के बाद भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया और फाइनल में फिर से कीवियों को हराया था।
चैंपियन बनने के बाद आईसीसी की ओर से पैसों की बारिश
विजेता भारतीय टीम पर चैंपियन बनने के बाद विजेता राशि के रूप में भी पैसों की बारिश हुई थी। भारतीय टीम को 2.4 मिलियन अमेरिका डॉलर यानी करीब 19.5 करोड़ रुपये मिले थे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इनामी राशि में पिछली बार की तुलना में 53 प्रतिशत का इजाफा किया था। इस टूर्नामेंट की कुल इनामी राशि बढ़कर 6.9 मिलियन डॉलर (करीब 60 करोड़ रुपये) हुई थी। विजेता के अलावा उपविजेता न्यूजीलैंड की टीम को 1.12 मिलियन डॉलर (करीब 9.72 करोड़ रुपये) मिले, जबकि सेमीफाइनल में बाहर होने वाली दोनों टीमें ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका को 56000 डॉलर (4.86 करोड़ रुपये) मिले थे।